आप ने राज्य सभा में ‘सामान्य’ नहीं ‘विशेष’ लोगों को भेजा: महिला किसान यूनियन
भगवंत मान सांसदों के चुनाव के मानदंडों के बारे में जनता को बताएं: बीबी राजविंदर कौर राजू
कहा कि भज्जी और अमीर नए सांसदों ने कभी भी किसान आंदोलन का समर्थन नहीं किया
जालंधर……. महिला किसान यूनियन की अध्यक्ष बीबी राजविंदर कौर राजू ने आम आदमी पार्टी (आप) पर चुनाव जीतने पर ‘बदलाव’ लाने के अपने वादे को छोड़ने का आरोप लगाया है और कहा कि पंजाब और पंजाबियत के अधिकारों की रक्षा करने वाले “साधारण” वालंटियर के बजाय, पसंदीदा “विशेष” लोगों को राज्य सभा सदस्य बनाया है जिनमें से दो पंजाब के बाहर से हैं जो पंजाबी संस्कृति, पंजाब के इतिहास और मातृ भाषा पंजाबी भाषा से भी परिचित नहीं हैं जबकि एक “गंगापुत्र” अब तक भाजपा से जुड़ा रहा है।
महिला किसान यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष बीबी राजविंदर कौर राजू ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि राज्य में क्रांति के जरिए ‘बदलाव’ लाने का आप का नारा एक सप्ताह में ही लुढ़क गया जब उन्होंने पंजाब और पंजाबियत के लिए आवाज उठाने वाली शख्सियतों को पुरस्कृत करने के बजाय राज्य का नेतृत्व करने के लिए शुभचिंतकों और धनी लोगों को संसद के ऊपरी सदन में भेजा है जिन्होंने पंजाब के अधिकारों के लिए कभी बात नहीं की।
उन्होंने नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से पूछा कि क्या दूसरों को पारदर्शिता का पाठ पढ़ाने वाले भगवंत मान अब राज्य सभा के पांच सदस्यों के चुनाव के मापदंड का खुलासा कर पंजाब की जनता के सामने अपनी पारदर्शिता साबित करेंगे? किसान नेता ने कहा कि भगवंत मान लोगों को यह भी बताएं कि क्या बाहरी राज्यों के सांसदों को चयन करने की सूची उनकी सहमति से तैयार की गई है?
महिला नेता बीबी राजू ने आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और प्रदेश अध्यक्ष भगवंत मान से भी पूछा है कि क्या आप पार्टी को अमीर लोगों की जगह अपनी कोई वालंटियर महिला या कार्यकर्ता नहीं मिला जो पंजाब और पंजाबियत के लिए राज्य सभा में राज्य की आवाज उठा सकता हो? उन्होंने आरोप लगाया कि भगवंत मान ने पंजाब के अधिकारों के संरक्षक होने के बजाय “दिल्ली के आकाओं” की आकांक्षाओं को प्राथमिकता दी है।
महिला किसान नेता ने कहा कि क्रिकेटर हरभजन सिंह भज्जी ने कभी किसान आंदोलन और किसानों की मांगों का समर्थन नहीं किया था और न ही आप पार्टी से राज्य सभा के लिए चुने गए दोनों अमीर लोगों ने कभी किसान मांगों के लिए आवाज उठाई है।