प्रेमनगर के कोटरा संतौर में बीएससी के छात्र शशिशेखर के कथित आत्महत्या के प्रयास के मामले में नया मोड़ आया है। छात्र ने खुद को गोली नहीं मारी। बल्कि कमरे में मौजूद उसके दोस्त ने गोली मारी थी। दोनों फिल्मों की तर्ज पर एक दूसरे पर पिस्तौल तान ट्रिगर दबाकर मौत का खेल खेल रहे थे।
इसी दौरान शशिशेखर के दोस्त ने अपनी बारी में पिस्तौल कॉक की और मैग्जीन निकालकर ट्रिगर दबा दिया। चैंबर में फंसी गोली फायर हुई और शशिशेखर के सिर में जा लगी। प्राथमिक पूछताछ के बाद आरोपी छात्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि गत 16 अप्रैल को कोटरा संतौर में पेईंग गेस्ट में रहने वाले झारखंड के छात्र शशिशेखर यादव के सिर में संदिग्ध हालात में गोली लग गई थी। घायल शशिशेखर को उसके साथी छात्रों ने प्रेमनगर अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन गंभीर हालत देखते हुए उसे दून अस्पताल रेफर कर दिया गया।
मौके पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि शशिशेखर यादव के साथ बिहार निवासी शशिरंजन नाम का छात्र रहता था। उसने पूछताछ में बताया कि वह शाम के वक्त शशिशेखर को कमरे में अकेला छोड़कर सिगरेट लेने के लिए पास के रेस्टोरेंट में गया था। वहां से उसने अपने साथ दोस्त आरिफ को लिया और कमरे में आया। वहां देखा कि शशिशेखर घायल हालत में बिस्तर पर पड़ा है। उस वक्त शशिरंजन ने यह बताया कि उसने प्रेम प्रसंग में असफल होने पर अपने सिर में खुद गोली मारी है। शशिरंजन ने बताया था कि उसने पिस्तौल शशिशेखर के पास से उठाकर अलमारी में रख दी थी।
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इस पर पुलिस ने मोबाइल कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज चेक किए। पता चला कि उस वक्त शशिरंजन बाहर नहीं गया था। कमरे में जो पिस्तौल रखी थी उसकी मैगजीन भी बाहर निकली हुई थी। यह भी पता चला कि जिस युवती से प्रेम प्रसंग की बात हो रही है, उससे शशिशेखर का ब्रेकअप एक साल पहले ही हो गया है। ऐसे में घटनाक्रम और शशिरंजन के बयानों में विरोधाभास पाया गया। इसके बाद शशिरंजन को शुक्रवार शाम थाने बुलाकर पूछताछ की गई। यहां उसने 16 अप्रैल की शाम के सारे घटनाक्रम को पुलिस के सामने उगल दिया।
बताया कि उस वक्त वह शशिशेखर के साथ ही उसके बेड पर बैठा हुआ था। इसी बीच शशिशेखर ने सिराहने बनी अलमारी से पिस्तौल निकाली और उसे दिखाने लगा। यह पिस्तौल काफी दिनों से शशिशेखर के पास थी। शशिशेखर पिस्तौल दिखाकर मजाक करने लगा और ट्रिगर दबाकर उसकी तरफ उछाल दी। शशिरंजन ने पिस्तौल लपक ली और उसी तरह वह भी मजाक करने लगा। उसने भी इसी तरह ट्रिगर दबाया और पिस्तौल शशिशेखर की तरफ उछाल दी। इसी तरह खेल चलता रहा। शशिशेखर बिस्तर पर लेट गया।
इसी बीच शशिरंजन ने पिस्तौल कॉक कर दी और उसकी मैगजीन निकाल ली। उसे लगा कि पिस्तौल में गोली नहीं है। यह सोचकर उसने ट्रिगर दबा दिया। कॉक होते ही गोली चैंबर में आ गई थी और ट्रिगर से फायर होकर शशिशेखर के सिर के बाईं ओर जा लगी। शशिरंजन ने बताया कि उसने कभी पिस्तौल या कोई हथियार नहीं चलाया था। लिहाजा, उसे पता ही नहीं था कि गोली इस तरह चल जाएगी।
शशिरंजन के सिर से खून की धार निकल पड़ी। यह देखकर वह घबरा गया और पिस्तौल व गोली का खोखा उठाकर अलमारी में रख दिया। इसके बाद उसने आरिफ को बुलाकर उसे सारी बात बता दी। दोनों उसे अस्पताल ले गए। एसएसपी ने बताया कि शशिशेखर के परिजनों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी शशिरंजन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
शुक्रवार देर रात तक प्रेम प्रसंग की ही थी कहानी
घायल शशिशेखर के दोस्त अस्पताल में भी किसी को उससे मिलने नहीं दे रहे थे। वहां जाने वाले लोगों से भी झगड़ा कर रहे थे। पुलिस बार-बार उनसे पूछ रही थी तो प्रेम प्रसंग की कहानी ही बताई जा रही थी। बताया जा रहा था कि वह काफी अवसाद में रहने लगा था। इस बीच जब उसने युवती से बात करने का प्रयास किया तो उसने धमकाकर उसका नंबर ब्लॉक लिस्ट में डाल दिया। इससे वह बेहद परेशान होने लगा था। इसी परेशानी में उसने खुद को गोली मार ली। शशिरंजन की यह कहानी शुक्रवार रात तक जारी रही, लेकिन पुलिस के हाथ जब सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल लगी तब कहीं जाकर शशिरंजन पर शक गहराया। थाने में सख्ती से पूछताछ हुई तो उसने सारी कहानी उगल दी।
अब भी गंभीर बनी हुई है शशिशेखर की हालत
शशिशेखर अब भी आईसीयू में भर्ती है। उसे 16 अप्रैल की रात ही दून अस्पताल से भी हायर सेंटर रेफर कर दिया गया था। उसका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। एसएसपी ने बताया कि पिस्तौल और खोखे को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भिजवाया गया है। मामले में जांच चल रही है।