मॉडर्ना-फाइजर ने भारत में टीके की सप्लाई के लिए रखीं कई शर्तें
लंदन । अमेरिकी वैक्सीन निर्माता फाइजर और मॉडर्ना के वैक्सीन सप्लाई को लेकर दी गई शर्तों को मानने के लिए भारत अभी तैयार नहीं है। सरकारी सूत्रों का कहना है कि दोनों अमेरिकी कंपनियों ने बतौर गारंटी संपत्ति का उपयोग करने की जो शर्त रखी थीं, भारत सरकार को वह स्वीकार नहीं है।
फाइजर ने इसी तरह की व्यवस्था के साथ दुनिया भर में अपने कोविड -19 के टीके भेजे हैं, लेकिन भारत इन शर्तों से सहमत नहीं होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्र ने अपने टीकों के उपयोग से किसी भी दुष्प्रभाव पर कानूनी सुरक्षा के लिए फाइजर और मॉडर्न के अनुरोधों को पूरा करने से इनकार कर दिया है। आपको बता दें कि ये दोनो टीके वर्तमान में सिर्फ संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप में बन रहे हैं।
भारत में किसी भी कंपनी को ऐसी सुरक्षा नहीं मिली है। इनमें स्वदेशी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) की कोविशील्ड भी शामिल है।
मॉडर्ना के पास अपने भारतीय भागीदार सिप्ला के माध्यम से भारत में अपने कोविड -19 वैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी है।
भारत में फाइजर के प्रवक्ता ने कहा है कि सरकार के साथ बातचीत चल रही है और कंपनी भारत में वैक्सीन लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
कंपनी ने दोहराया कि महामारी के दौर में वह केवल केंद्र सरकारों और सुपर-नेशनल संगठनों को कोविड -19 वैक्सीन की आपूर्ति करेगी। मॉडर्ना और भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने टिप्पणी के अनुरोधों का तुरंत जवाब नहीं दिया।