गद्दारों के वारिसों द्वारा शहीदों पर उंगली उठाना दुर्भाग्यपूर्ण: मुख्यमंत्री
पंजाब
राज्य स्तरीय समारोह के दौरान शहीद उधम सिंह को श्रद्धाँजलि भेंट की
सुनाम के लिए 22.60 करोड़ रुपए के कई विकास प्रोजैक्ट घोषित
सुनाम/उधम सिंह वाला (संगरूर)……..पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि यह कितनी दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेज़ों के पक्ष में खड़े होने वाले गद्दारों के वारिस अब शहीदों पर उंगली उठा रहे हैं।
यहाँ रविवार को शहीद उधम सिंह के शहीदी दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी धरती के लिए महान शहीदों के योगदान पर किसी को भी उंगली उठाने का कोई हक नहीं है। उन्होंने कहा कि यह कितनी बदकिस्मती की बात है कि जिन्होंने सत्ता का सुख भोगने के लिए संविधान की कसमें खाईं, वही शहीदों के महान बलिदान पर सवाल उठा रहे हैं। भगवंत मान ने लोगों को याद करवाया कि जब हमारे महान राष्ट्रीय नायकों और शहीदों ने अत्याचारी ब्रिटिश शासन के विरुद्ध जंग छेड़ी हुई थी, तब कुछ गद्दार इन साम्राज्यवादी ताकतों के हक में खड़े थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रिटिश हुकूमत से सम्मान प्राप्त करने वाले इन लोगों ने हरेक स्वतंत्रता सेनानी और शहीदों की आत्मा को ठेस पहुँचाई है। भगवंत मान ने कहा कि ऐसे गद्दारों के वारिस अब शहीदों पर उंगली उठा रहे हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि शहीदों पर उंगली उठाना और ब्रिटिश हुकूमत के अत्याचारों के कसीदे पढऩा एक बड़ा अपराध है और ऐसे घृणित कार्यों में शामिल लोग ना-माफी योग्य अपराध कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद भगत सिंह जैसे महान शहीद किसी पहचान के मोहताज नहीं, क्योंकि लाखों लोगों को देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने के लिए प्रेरित करने के लिए उनका नाम ही काफ़ी है। उन्होंने कहा कि उनके नाम और स्वतंत्रता संग्राम में योगदान संबंधी कोई भी विवाद खड़ा करना ऐतराजय़ोग्य है। भगवंत मान ने कहा कि इन शहीदों ने देश की आज़ादी के लिए अपनी जान कुर्बान कर दीं और किसी को भी कोई हक नहीं कि उनके स्वतंत्रता की लहर में दिए गए योगदान पर उंगली उठाए।
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों को याद करवाया कि पटियाला के इस शाही परिवार का इतिहास पंजाब विरोधी रूख इख्तियार कर रहा है। उन्होंने कहा कि पटियाला के राजाओं के हाथ उन अनगिनत देश-भक्तों के ख़ून से सने हुए हैं, जिन्होंने आज़ादी के आंदोलन के दौरान शहादतें दीं। भगवंत मान ने स्पष्ट कहा कि शहीद भगत सिंह, शहीद उधम सिंह और देश की आज़ादी के लिए लडऩे वाले अन्य शहीदों के संघर्ष के दौरान ब्रिटिश हुकूमत के साथ हाथ मिलाने वाले इन लोगों से पंजाब के भले की क्या आशा रखी जा सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सुनाम की इस पवित्र धरती पर अपना शीश झुकाने आए हैं, जहाँ इस धरती के महान पुत्र ने जन्म लिया था। सुनाम को अपना दूसरा घर बताते हुए भगवंत मान ने कहा कि वह खुशकिस्मत हैं कि यहाँ उनका जन्म हुआ और यहीं उन्होंने शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने अपने दोस्तों और इलाके के अध्यापकों के साथ अपनी लम्बी सांझ को भी याद करते हुए कहा कि वह बचपन में अपने पिता के साथ इस स्थान पर अक्सर माथा टेका करते थे।
शहीद उधम सिंह को श्रद्धाँजलि भेंट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि धरती के इस सच्चे पुत्र ने जलियांवाला बाग़ हत्याकांड के मुख्य दोषी माइकल ओडवायर को मारकर बहादुरी का सबूत दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए इस सपूत द्वारा दिए गए महान बलिदान ने देश को ब्रिटिश साम्राज्यवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने में मदद की। भगवंत मान ने शहीद भगत सिंह, शहीद उधम सिंह, सुखदेव, राजगुरू, शहीद करतार सिंह सराभा और अन्य महान शहीदों द्वारा भारतीय स्वतंत्रता लहर के दौरान दिए गए अतुलनीय बलिदानों को भी याद किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक कलाकार होने के नाते वह जब भी लंदन जाते थे तो वह कैकस्टन हॉल