स्वास्थ्य जागरूकता ही तंदुरुस्त रहने की कुंजी है : डॉ. विजय सिंगला

पंजाब

स्वास्थ्य विभाग द्वारा मैगज़ीन और यूट्यूब चैनल की की शुरूआत

चंडीगढ़…पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. विजय सिंगला द्वारा स्वास्थ्य विभाग की दो नयी पहलकदमियों की औपचारिक शुरूआत की गई, जिनका मकसद लोगों में जागरूकता पैदा करने के साथ-साथ स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी गाँव स्तर तक पहुंचाना है। प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य, श्री राज कमल चौधरी और डॉ. जी.बी. सिंह, डायरैक्टर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण भी इस मौके पर उपस्थित थे।

नयी पहलकदमियों संबंधी जानकारी देते हुये डॉ. सिंगला ने बताया कि आज विभाग की एक मासिक मैगज़ीन ’स्वास्थ्य जागरूकता’ और एक अधिकारित यूट्यूब चैनल ’हैल्थ मीडिया पंजाब’ लांच किया गया है, उन्होंने आगे कहा, ‘‘कोविड के समय ने हमें सिखाया है कि स्वास्थ्य शिक्षा और जागरूकता से किसी भी मुश्किल स्थिति पर काबू पाया जा सकता है जिसके अंतर्गत राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह दो पहलकदमियां की हैं।

उन्होंने कहा हमारा मुख्य मकसद अलग-अलग सरकारी स्कीमों संबंधी राज्य के लोगों को जागरूक करना है, हमारे स्वास्थ्य माहिर भी इन माध्यमों का प्रयोग करते हुये अलग-अलग बीमारियों के लक्षण, इलाज और रोकथाम संबंधी अपने विचार सांझे करेंगे।

डॉ. सिंगला ने ज़ोर देकर कहा, ‘‘मैं पंजाब सरकार की विभिन्न पहलकदमियों संबंधी भी इन माध्यमों के द्वारा पंजाब निवासियों के साथ बातचीत करूँगा और सरकारी स्वास्थ्य सहूलतों में सुधारों और तबदीलियों के बारे भी अवगत करवाऊँगा।’’ मुझे बहुत उम्मीद है कि लोग हमारे यूट्यूब चैनल के द्वारा हम से जुड़ेंगे।

उन्होंने बताया कि जागरूकता मैगज़ीन पंजाबी भाषा में प्रकाशित की जायेगी और ई-मैगज़ीन के रूप में भी उपलब्ध होगी, इसी तरह जागरूकता के साथ-साथ विभागीय गतिविधियों और जानकारी भरपूर वीडियो भी यू-ट्यूब चैनल पर प्रसारित करके लोगों तक पहुँचायी जायेगी।

रोकथाम और प्रमोटिव स्वास्थ्य पर ज़ोर देते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग न सिर्फ़ इलाज के पक्ष पर काम करता है बल्कि यह यकीनी बनाने के लिए भी यत्न करता है कि पंजाब के लोग बीमार ही न हों और बीमारियों का बोझ भी कम हो।

पंजाब के स्वास्थ्य विभाग के पास एम.ई.एम. (जन शिक्षा और मीडिया) विंग के रूप में एक स्थापित प्रणाली है, जो राज्य स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक कार्यशील है और जोकि अलग-अलग आई.ई.सी. (सूचना, शिक्षा और संचार) और बी.सी.सी. (व्यवहार में तबदीली के लिए संचार) के अधीन विस्तार शिक्षा की तकनीकों का प्रयोग करके पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों में भी बीमारियों की रोकथाम की ओर काम करता है। इस विंग के कर्मचारी आशा वर्करों और विभाग के अन्य पैरामेडिकल स्टाफ के प्रशिक्षण के लिए मास्टर ट्रेनर के तौर पर भी काम करते हैं।

डॉ. सिंगला ने कहा, ‘‘यह समय की ज़रूरत है कि हमें अपने एम.ई.एम विंग को मज़बूत करना पड़ेगा, इसलिए हम अपने कर्मचारियों को नवीनतम प्रौद्यौगिकी और यंत्र प्रदान करेंगे जिससे वह लोगों तक पहुँच सकें और बेहतर तरीके से जानकारी का प्रसार कर सकें और सरकार के तंदुरुस्त पंजाब के लक्ष्य को प्राप्त करने के योग्य हो सकें।

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