पी.एस.आर.एल.एम. ने मनाया अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
वित्त कमिशनर राहुल भंडारी द्वारा स्वै-सहायता समूहों का सम्मान ; महिलाओं को वित्तीय तौर पर स्वतंत्र बनाने के लिए किया प्रेरित
चंडीगढ़……..अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के नेतृत्व अधीन पंजाब राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (पी.एस.आर.एल.एम.) ने आज यहाँ महिलाओं की उद्यमिता को बढ़ावा देने और उनके सशक्तिकरण को यकीनी बनाने के मंतव्य से एक विशाल समागम करवाया।
ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के वित्त कमिशनर राहुल भंडारी ने महिलाओं को आर्थिक तौर पर स्वतंत्र होने के लिए प्रेरित करते हुये कहा कि जो महिलाएं स्वै-सहायता समूहों (एस.एच.जी.) के साथ जुड़ी हुई हैं, उनके पास एक निजी बैंक खाता और ए.टी.एम. कार्ड होना लाज़िमी है। उन्होंने आगे कहा कि एस.एच.जी. में हर महिला को पढ़ा लिखा होना चाहिए और सक्रियता से काम करना चाहिए।
वित्त कमिशनर ने एस.एच.जीज़. द्वारा तैयार किये उत्पादों के लिए उचित मंडीकरण, ब्रांडिंग और मानकीकरन, निर्यात और आनलाइन बिक्री की महत्ता संबंधी बताया।
स्टाल लगाने वाले विभिन्न स्वै-सहायता समूहों (एस.एच.जीज़.) में एकता, सुआणी और एकता (तरन तारन, गुरदासपुर और बरनाला), सहज (एस.ए.एस. नगर), गुरकृपा (पट्यिला), गुरू गोबिंद सिंह जी (बठिंडा), एकम अजीविका (लुधियाना), मेहर (गुरदासपुर), जय मां लक्षमी ग्रुप (होशियारपुर), बाबा नानक (एस.ए.एस. नगर), कृष्णा (संगरूर), जागृति (एस.ए.एस. नगर), क्रांति सी.एल.एफ. (पटियाला), नारी शक्ति (पठानकोट), किरत (संगरूर), जीवन अजीविका (पटियाला), ग्रीन गोल्ड (गुरदासपुर), ज़फ़रवाल (गुरदासपुर), प्रिंस, रोशनी (गुरदासपुर), इक्क ओंकार (बठिंडा), अमनदीप मेहरा (पटियाला) और कुदरत (एस.ए.एस. नगर) शामिल हैं।
वित्त कमिशनर ने नरेगा के अंतर्गत काम करने वाले कामगारों के अलावा स्वै-सहायता समूहों को भी सम्मानित किया।
मानसा की लड़कियों की टीम ने गिद्दे की पेशकारी से दर्शकों का मन मोह लिया।
इस मौके पर दूसरों के अलावा ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के डायरैक्टर मनप्रीत सिंह, ज्वाइंट डायरैक्टर सरबजीत सिंह वालिया, डिप्टी डायरैक्टर संजीव गर्ग, जोगिन्द्र कुमार, जतिन्दर सिंह बराड़, विनोद गागट और ए.सी.ई.ओ (पी.एस.आर.एल.एम.) जसपाल सिंह जस्सी उपस्थित थे।