शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के शहीदी दिवस पर छुट्टी का विरोध करने पर भगवंत मान ने कांग्रेसी विधायक की की आलोचना

कहा, उनकी सरकार 28 सितम्बर को शैक्षिक संस्थाओं में चरणबद्ध प्रोग्राम करके महान शहीद भगत सिंह की विरासत को कायम रखेगी

चंडीगढ़……..16वीं पंजाब विधान सभा के पहले सैशन के तीसरे दिन कांग्रेस पार्टी पर निशाना लगाते हुये सदन के नेता और मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा आज शहीद-ऐ-आज़म भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव को श्रद्धांजलि के तौर पर इन महान शहीदों के शहीदी दिवस पर 23 मार्च को छुट्टी का ऐलान किया गया।

गिद्दड़बाहा से कांग्रेसी विधायक अमरिन्दर सिंह राजा वडि़ंग द्वारा शहीदी दिवस पर छुट्टी का ऐलान करने की बजाय सभी स्कूल-कालेज खुले रखने की माँग के जवाब में भगवंत मान ने कहा कि यह छुट्टी इन महान शहीदों को श्रद्धांजलि के तौर पर ऐलानी गई है।

इस दिवस पर राज्य स्तरीय छुट्टी ऐलाने जाने के तर्क को स्पष्ट करते हुये भगवंत मान ने कहा कि पहले यह छुट्टी स्थानीय तौर पर सिर्फ़ शहीद भगत सिंह नगर जिले में ही ऐलानी जाती थी जिससे आसपास के इलाके के लोग उनके पैतृक गाँव खटकड़ कलां में शहीदी स्मारक पर श्रद्धांजलि भेंट कर सकें। अब हमारी सरकार ने राज्य भर में इस दिन गज़टिड छुट्टी ऐलानने का फ़ैसला किया है जिससे विद्यार्थियों और अध्यापकों समेत अधिक से अधिक संख्या में पंजाब निवासी खटकड़ कलां और हुसैनीवाला में जाकर महान शहीदों को श्रद्धांजलि भेंट कर सकें। भगवंत मान ने कहा कि यह शहीद पूरी कौम से सम्बन्धित हैं और इसलिए उनको एक जगह तक सीमित नहीं किया जा सकता।

इस मौके पर व्यंग्य कसते हुये सदन के नेता भगवंत मान ने राजा वडि़ंग को शहीद-ऐ -आज़म भगत सिंह का जन्म दिन बताने के लिए कहा, जिसका वह जवाब देने में असफल रहे। इससे हैरान होकर भगवंत मान ने उन (राजा वडि़ंग) को यह नोट करने के लिए कहा कि महान शहीद भगत सिंह का जन्म दिन 28 सितम्बर को होता है। हालाँकि, भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार ने हमारे नौजवानों को इन महान शहीदों की विचारधारा और दर्शन से अवगत करवाने के लिए राज्य भर के स्कूलों, कालेजों के अलावा अन्य शैक्षिक संस्थाओं में सैमीनार, गोष्टि आदि मुकाबले और अन्य कई समागमों की लड़ी का आयोजन करके इस दिन को बड़े स्तर पर मनाने की योजना बनाई है।

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