राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विनय रूहेला ने की मानसून सत्र को लेकर तैयारियों की समीक्षा

*विभागों को बरसाता से पहले सभी तैयारियां पूर्ण करने के दिए निर्देश।*
*देहरादून
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विनय रूहेला ने शुक्रवार को देहरादून राजपुर रोड़ स्थित वन मुख्यालय के मंथन सभागार में चारधाम यात्रा एवं आगामी मानसून सत्र की तैयारियों को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने आपदा प्रबंधन के तहत जनहित से जुड़े सभी कार्यो को मानसून से पहले पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उपाध्यक्ष ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश है कि आपदा राहत एवं बचाव कार्यो में सभी विभाग टीम भावना एवं सकारात्मक ऊर्जा के साथ कार्य करें और आपदा प्रबंधन के तहत जनहित से जुड़े कार्यो को पूरी ईमानदारी, निष्ठा और समयबद्वता के साथ पूरा किया जाए। कहा कि मा0 मुख्यमंत्री की अपेक्षा के अनुसार आपसी समन्वय एवं सहयोग से ही हम आपदा की चुनौतियों का बेहतर ढंग से सामना कर पाएंगे।
उपाध्यक्ष ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि मानसून से पहले नदी, नहर और बरसाते नालों को चैनलाइज करने का काम हर हाल में पूरा करें। ताकि पानी का प्रवाह स्मूथ बना रहे और बरसात में किसी प्रकार का नुकसान न हो। एनएच, पीएमजीएसवाई एवं लोक निर्माण विभाग को निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ सड़कों का निर्माण कार्य पूरा करने, सड़कों को गढ्डामुक्त बनाने, सड़क किनारे नालियां, स्कवर की साफ-सफाई कराने और सड़कों की मौजूदा स्थिति का स्वयं आंकलन करने के निर्देश दिए। कहा कि सड़कों के किनारे पडे मलबे का त्वरित निस्तारण करें। मानसून सत्र के लिए जेसीबी ऑपरेटर, जेई, एई सबके संपर्क नंबर अपडेट रखेें। मानसून के दौरान कोई भी अधिकारी अपना फोन बंद न रखे।
नगर निगम, नगर पालिका एवं स्मार्ट सिटी शहर में जलभराव वाले स्थानों का स्थाई समाधान करें। शहर की नदी एवं सभी नालों की अच्छी तरह से सफाई की जाए। आईएसबीटी सीमा द्वार एवं अन्य स्थान जहां पर नाली बनाने की जरूरत है, वहां पर तत्काल नाली बनाई जाए। क्षतिग्रस्त नालियों की मरम्मत की जाए। जल संस्थान को पेयजल समस्याओं का त्वरित समाधान करने और सड़क एवं गलियों में सीवर लाइन के खुले मेनहोल बंद करने के निर्देश दिए।
ट्रैफिक पुलिस को बरसात के दौरान यातायात का उचित प्रबंधन करने, प्रमुख चौराहों एवं क्रॉसिंग पर ड्यूटी निर्धारित करने के निर्देश दिए। शिक्षा विभाग को जर्जर विद्यालय भवनों से बच्चों को शिफ्ट करने, लीकेज छतों की मरम्मत के साथ ही बरसात में बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत स्कूल परिसर में समुचित इंतजाम करने के निर्देश दिए। विद्युत विभाग को बिजली के झुके पोल बदलने, झूलती तारों को ठीक करने व बरसात में करंट लगने की घटना न हो इसका विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
उपाध्यक्ष ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जिले के सभी अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था का स्वयं निरीक्षण करने, दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक रखने, वार्डो एवं अस्पताल परिसरों में विशेष स्वच्छता रखने के निर्देश दिए। कहा कि जल जनित रोग डेंगू, मलेरिया, हैजा के साथ ही कोविड उपचार हेतु अस्पतालों में पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। पशुपालन चिकित्सा विभाग को पशु सेवा केंद्रों पर आवश्यक दवाइयां और पशु चारा बैंकों में पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिए। पूर्ति विभाग को सभी राशन डीलरों को तीन महीने का अग्रिम खाद्यान्न वितरण सुनिश्चित करने और खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की नियमित जांच के निर्देश दिए। उपाध्यक्ष ने सिविल डिफेंस को भी नई तकनीक के साथ अपग्रेड करने की बात कही।
उपाध्यक्ष ने कहा कि विभाग अच्छे कार्य कर रहे है तो प्रमाणिकता भी दिखाई देनी चाहिए। इसलिए अधिकारी अपने दफ्तरों तक सीमित न रहे, बल्कि अपने-अपने कार्यक्षेत्रों का नियमित भ्रमण भी करें।
इस दौरान विभागीय अधिकारियों ने मानसून सत्र की तैयारियों को लेकर किए जा रहे कार्यो की प्रगति से अवगत कराया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अपर जिलाधिकारी केके मिश्रा, एसडीएम हरिगिरी सिंह, एसडीएम प्रत्यूष सिंह, एसडीएम अपूर्णा ढौडियाल, एसडीएम विनोद कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज कुमार शर्मा, उप नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल, सीवीओ डॉ विद्यासागर कापडी, सीईओ वीके ढौंडियाल, डीडीएमओ ऋषभ कुमार सहित पुलिस, सिवल डिफेंस, सड़क, पेयजल, विद्युत, खाद्यन्न आदि रेखीय विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।