मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर पंजाब पुलिस राज्य से नशों को जड़ से ख़त्म करने के लिए प्रतिबद्ध
पंजाब
नशों के खि़लाफ़ निर्णायक जंग: एक हफ्ते में 4.18 किलो हेरोइन, 6.46 किलो अफ़ीम और 37 किलो गाँजा समेत 301 नशा-तस्कर गिरफ़्तार
मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर पंजाब पुलिस राज्य से नशों को जड़ से ख़त्म करने के लिए प्रतिबद्ध
एन.डी.पी.एस. एक्ट के मामलों के पी.ओज./भगौड़ों को गिरफ़्तार करने के लिए शुरु की गई मुहिम के अंतर्गत गिरफ़्तारियों की संख्या 459 तक पहुँची
चंडीगढ़……….मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर नशों के खि़लाफ़ शुरू की गई निर्णायक जंग के अंतर्गत पंजाब पुलिस द्वारा पिछले हफ्ते में नार्कोटिक ड्रग्ज़ एंड साईकोट्रोपिक सबस्टैंस (एन.डी.पी.एस.) एक्ट के अंतर्गत 231 एफ.आई.आरज़., जिनमें 23 कमर्शियल मामले भी शामिल हैं, दर्ज करके 301 नशा-तस्करों/सप्लायरों को गिरफ़्तार किया गया है।
इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आई.जी.पी.) हैडक्वाटर सुखचैन सिंह गिल ने मंगलवार को यहाँ अपनी साप्ताहिक प्रैस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि पुलिस ने 4.18 किलोग्राम हेरोइन, 6.46 किलोग्राम अफ़ीम, 37 किलोग्राम गाँजा, 10 क्विंटल भुक्की और 71 हज़ार नशे की गोलियाँ/कैप्सूल/इंजेक्शन/शीशियाँ भी बरामद की हैं। इसके अलावा मुलजिमों के पास से 7.45 लाख रुपए की ड्रग मनी भी बरामद की गई है।
उन्होंने बताया कि एन.डी.पी.एस. मामलों में भगौड़े हुए व्यक्तियों को गिरफ़्तार करने के लिए 5 जुलाई, 2022 को विशेष मुहिम शुरू की गई थी, जिसके अंतर्गत पिछले एक हफ़्ते के दौरान 15 और व्यक्ति गिरफ़्तार किए जाने के साथ इन गिरफ़्तारियों की कुल संख्या 459 तक पहुँच गई है। गौरतलब है कि डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डी.जी.पी.), पंजाब गौरव यादव ने सभी सी.पीज./एस.एस.पीज. को सख़्त हिदायतें दी हैं कि वह हरेक मामले में, ख़ास तौर पर नशों की बरामदगी से जुड़ी कडिय़ों की बारीकी से जांच करें, चाहे उनके पास से थोड़ी मात्रा में ही नशे की बरामदगी हुई हो।
मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान के पंजाब को नशा-मुक्त राज्य बनाने के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत पंजाब पुलिस द्वारा इस सरहदी राज्य में नशों पर नकेल कसने के लिए व्यापक नशा-विरोधी मुहिम चलाई गई है। डी.जी.पी. ने सभी सी.पीज./एस.एस.पीज. को सख़्ती से हुक्म दिए हैं कि वह अपने अधीन आने वाले क्षेत्रों में नशे की खऱीद- फऱोख्त वाले सभी संवेदनशील स्थानों और नशा-तस्करों की पहचान करें। उन्होंने पुलिस प्रमुखों को यह भी हिदायत की कि पकड़े गए सभी नशा-तस्करों की जायदाद ज़ब्त की जाए जिससे उनके नाजायज पैसे को बरामद किया जा सके।