मुख्यमंत्री ने मसतूआना साहिब में संत अतर सिंह स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सायंसज़ का नींव पत्थर रखा

पंजाब

संस्था द्वारा राज्य खास तौर पर मालवा क्षेत्र में लोगों को मानक स्वास्थ्य सहूलतें और मेडिकल शिक्षा देने की उम्मीद जतायी

संगरूर का मौजूदा सिविल अस्पताल 220 बिस्तरों से 360 बिस्तरों तक होगा अपग्रेड

लाभार्थियों को सामाजिक सुरक्षा के लाभ घरों में मुहैया कराने का किया ऐलान

संगरूर………… पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को यहां मसतूआना साहिब में संत अतर सिंह स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सायंसज़ का नींव पत्थर रखा। 25 एकड़ में बनने वाले इस इंस्टीट्यूट पर तकरीबन 345 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है।

लोगों को मानक मेडिकल सहूलतें मुहैया करवाने की अपनी सरकार की दृढ़ वचनबद्धता का प्रगटावा करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संस्था इस दिशा में बढ़ाया गया एक कदम है। उन्होंने कहा कि यह महान धार्मिक नेता संत अतर सिंह, जिन्होंने लोगों के बीच सांप्रदायिक सद्भावना, शान्ति और भाईचारे का संदेश पहुंचाया, को सच्ची और विनम्र सी श्रद्धांजलि है। भगवंत मान ने इस समूचे क्षेत्र में संत अतर सिंह की तरफ से शिक्षा की रौशनी फैलाने के लिए डाले कीमती योगदान को भी याद किया।

मुख्यमंत्री ने उम्मीद जतायी कि इस मेडिकल कालेज से संगरूर इस समूचे क्षेत्र में मेडिकल शिक्षा के गढ़ के तौर पर उभरेगा। भगवंत मान ने कहा की इस प्रोजेक्ट में अकादमिक ब्लॉक के इलावा संगरूर के मौजूदा सिविल अस्पताल को 220 बिस्तरों से अपग्रेड करके 360 बिस्तरों वाला करने, नर्सिंग स्कूल का निर्माण, सीनियर/जूनियर लड़कियाँ और लड़कों के अलग होस्टल, विद्यार्थियों के लिए खेल ट्रेक और पवीलियन, सहायक गतिविधियों के लिए ओपन एयर थियेटर, स्टाफ के लिए रिहायश और शॉपिंग कंप्लेक्स जैसी सहूलतें भी शामिल होंगी। इसी तरह स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सायंसज़ को आते राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 07 को भी 5.50 मीटर से 7.00 मीटर तक चौड़ा करना और इंस्टीट्यूट के सामने वाली सड़क को चतुर्थमार्गी/फोर लेन करना भी इस प्रोजेक्ट का हिस्सा है।

मुख्यमंत्री ने उम्मीद जतायी कि यह मेडिकल इंस्टीट्यूट पंजाब खास तौर पर मालवा क्षेत्र में मानक स्वास्थ्य सेवाएं और मेडिकल शिक्षा मुहैया करवाने के लिए अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया की इस प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट का काम समयबद्ध तरीके साथ मुकम्मल किया जाये। उन्होंने कहा कि इस मेडिकल कालेज का काम 31 मार्च, 2023 तक मुकम्मल कर लिया जायेगा और अगला अकादमिक सैशन पहली अप्रैल से शुरू होगा। भगवंत मान ने अधिकारियों को यह भी यकीनी बनाने के लिए कहा कि इस अत्याधुनिक मेडिकल इंस्टीट्यूट के निर्माण के दौरान उच्च मानक के सभी मापदंड पूरे किये जाएं।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लोगों को सामाजिक सुरक्षा मुहैया कराने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने बताया की पैंशनों की अदायगी लाभार्थियों को सीधी उनके घरों में होगी। भगवंत मान ने कहा कि इसी तरह आटा-दाल भी लोगों को उनके घरों में ही मुहैया करवाया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने लोगों के कल्याण के लिए कई जन हितैषी और विकास को बढ़ावा देने वाली स्कीमें बनाईं हैं। उन्होंने कहा कि इस मंतव्य के लिए फंडों की कोई कमी नहीं है और इससे राज्य के समूचे विकास को गति मिलेगी। भगवंत मान ने लोगों को भरोसा दिया की राज्य की तरक्की और लोगों की खुशहाली के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा और लाल चंद कटारूचक्क, विधायकों में नरिन्दर कौर भराज, बरिन्दर गोयल, जसवंत सिंह गज्जणमाजरा, जमील-उर-रहमान, कुलवंत सिंह पंडोरी, डॉ. बलबीर सिंह, लाभ सिंह उग्गोके और अन्य उपस्थित थे।

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