मुख्यमंत्री द्वारा पंजाब राज्य तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक प्रशिक्षण बोर्ड से सम्बन्धित संस्थाओं के लिए ऑनलाइन ऐफीलीएशन पोर्टल की शुरुआत  

पंजाब

ई-गवर्नेंस की ओर बढ़ता पंजाब

मुख्यमंत्री द्वारा पंजाब राज्य तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक प्रशिक्षण बोर्ड से सम्बन्धित संस्थाओं के लिए ऑनलाइन ऐफीलीएशन पोर्टल की शुरुआत

तकनीकी शिक्षा संस्थाओं को पारदर्शी, कुशल, भरोसेमन्द और सुविधाजनक ढंग से बेहतर सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया कदम

चंडीगढ़……..तकनीकी प्रशिक्षण संस्थाओं को पारदर्शी, कुशल, भरोसेमन्द और सुविधाजनक तरीके से बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज पंजाब राज्य तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक प्रशिक्षण बोर्ड से सम्बन्धित संस्थाओं के लिए ऑनलाइन ऐफीलीएशन पोर्टल की शुरुआत की।

यहाँ पंजाब सिविल सचिवालय-1 स्थित अपने कार्यालय में पोर्टल की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने इस पोर्टल को एक क्रांतिकारी कदम बताया, जिससे बोर्ड का कामकाज सुचारू ढंग से किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि बोर्ड द्वारा हर साल लगभग 250 संस्थाओं की ऐफीलीएशन सम्बन्धी फाइलों को विचारा जाता है। भगवंत मान ने बताया कि मौजूदा समय में यह संस्थाएं अनुसूची समेत लगभग 125 पन्नों का भरा हुआ ऐफीलीएशन प्रोफॉर्मा फिजिकल फाइल के रूप में जमा करवाते हैं। भगवंत मान ने कहा कि मौजूदा समय में संस्थाओं द्वारा अपेक्षित ऐफीलीएशन फीस भी डिमांड ड्राफ्ट के रूप में ही जमा करवाई जाती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पोर्टल के शुरू होने से आवेदनकर्ता संस्थाओं को ऐफीलीएशन प्रोफॉर्मा और अन्य दस्तावेज़ जमा करवाने के लिए बोर्ड के कार्यालय जाने की ज़रूरत नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि संस्थाएं अपने लॉग इन/पासवर्ड के साथ किसी भी जगह से ऐफीलीएशन प्रोफॉर्मो को और दस्तावेज़ों के साथ डाउनलोड/ अपलोड कर सकती हैं और अपेक्षित फीस जमा करवा सकती हैं। भगवंत मान ने आगे कहा कि यह पोर्टल यह सुनिश्चित बनाने में भी मदद करेगा कि पिछले तीन सालों में ऐफीलीएशन के लिए एकत्रित किए गए डेटा के विश्लेषण की प्रक्रिया और अधिक तेज एवं कुशल बने।

विद्यार्थियों को मानक तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बड़े स्तर पर निवेश के लिए आगे आ रहे उद्योग जगत के दिग्गजों की ज़रूरतों को पूरा करना समय की मुख्य ज़रूरत है। भगवंत मान ने कहा कि तकनीकी शिक्षा के द्वारा राज्य के पास हुनरमंद मानव संसाधन का बड़ा पूल होगा, जो उद्योग क्षेत्र के लिए लाभप्रद होगा। उन्होंने यह भी कहा कि हुनरमंद शिक्षा नौजवानों के लिए स्व-रोजग़ार के नए रास्ते भी खोलेगी, जिससे वह मान-सम्मान से अपना जीवन व्यतीत कर सकेंगे।

————–

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed