मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना ने किसानों की फसलों का संरक्षण किया सुनिश्चित


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हिमाचल

मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना ने किसानों की फसलों का संरक्षण किया सुनिश्चित

 

पांवटा साहिब के भूपेंद्र सिंह को मिली 12 लाख 34 हज़ार रुपए की अनुदान राशि

 

प्रदेश की अधिकांश जनसंख्या कृषि तथा बाग़वानी पर निर्भर करती है उनके हितों का ध्यान रखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा बहुत सी जन हितैषी तथा कल्याणकारी योजनाएं प्रदेश के किसानों को लाभान्वित करने के उददेश्य से क्रियान्वित की जा रही है साथ ही इन योजनाओं का लाभ उठाकर प्रदेश के किसान अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ बना रहे हैं।

प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना चलायी गई है। इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य किसानों की फसलों को पशुओं व जंगली जानवरों के नुकसान से बचाना तथा किसानों की मेहनत को सुरक्षा प्रदान करना है।

मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के लाभार्थी भूपेंद्र सिंह जोकि पांवटा साहिब की कोटड़ी व्यास पंचायत के निवासी हैं का कहना है कि वह वर्षों से खेती पर निर्भर थे, लेकिन हर साल जंगली जानवरों और पशुओं के कारण उनकी फसल को भारी नुकसान उठाना पड़ता था। पूरी मेहनत के बावजूद उपज कम होती थी तथा आमदनी घटती जा रही थी।

उन्होंने बताया कि पशु तथा जंगली जानवर खेतों में घुसकर फसलों को नष्ट कर देते थे। हम रात-रात भर जागकर खेतों की रखवाली करते परंतु फिर भी फसलों को बचा पाना मुश्किल होता था।

उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना नई उम्मीद लेकर आई। जब भूपेंद्र सिंह को पता चला कि मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत सरकार खेतों के चारों ओर सौर ऊर्जा आधारित बाड़ लगाने के लिए 70% अनुदान राशि प्रदान करती है तो उन्होंने तुरंत इस योजना की पूर्ण जानकारी एकत्रित करने के उपरांत आवेदन किया।

उन्होंने बताया कि कृषि विभाग के अधिकारियों ने उनका मार्गदर्शन किया और आवश्यक दस्तावेजों की प्रक्रिया पूर्ण करवाने के उपरांत कुछ ही महीनों में उनके लगभग 70 बीघा खेतों के चारों ओर सोलर बाड़ लगवा दी गई।

इस बाड़ से न केवल जंगली जानवरों का खेत में प्रवेश बंद हुआ, बल्कि पहली बार उनकी पूरी फसल सुरक्षित रही जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि हुई।

भूपेंद्र सिंह का कहना है कि पहले खेती घाटे का सौदा लगने लगी थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना की मदद से हमें फिर से खेती में भरोसा मिला है। अब डर नहीं लगता कि जंगली जानवरों द्वारा फसल रातों रात बर्बाद हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना जैसी योजनाएं ग्रामीण विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।

भूपेंद्र सिंह ने अपने पूरे परिवार की ओर से किसानों को लाभान्वित करने के उदे्दश्य से चलायी गई मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू का बहुत-बहुत आभार व्यक्त किया है।

कृषि विकास अधिकारी पांवटा साहिब मंजीत सिंह ने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत सौर बाड़बंदी की जाती है जिसमें चार फुट तक जालीदार तथा उसके ऊपर तीन तारें लगायी जाती है। इस बाड़बंदी में सौर ऊर्जा के माध्यम से करंट का संचालन भी किया जाता है ताकि पशु तथा जंगली जानवर फसलों से दूर रह सकें। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत किसानों को खेतों की परिधि पर सौर ऊर्जा आधारित बाड़ लगाने के लिए 70% सब्सिडी प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि यह बाड़ जानवरों के शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाती, केवल उन्हें खेत में घुसने से रोकती है।


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