मुख्यमंत्री की तरफ से ‘अग्निपथ’ स्कीम तत्काल वापिस लेने की मांग
पंजाब
स्कीम को भारत सरकार का किसानी के बाद जवानी पर बड़ा हमला करार दिया
चंडीगढ़…….राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठजोड़ (एन.डी.ए.) की सरकार की तरफ से भारतीय सेना में ‘अग्निपथ’ स्कीम लागू करने के हालिया फ़ैसले को प्रतिगामी कदम बता कर आलोचना करते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को केंद्र सरकार को राष्ट्र और नौजवानों के बड़े हित में इस फ़ैसले को तुरंत वापिस लेने के लिए कहा है।
भाजपा के नेतृत्व वाले एन.डी.ए. गठजोड़ सरकार के इस कदम की नुकताचीनी करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानी के बाद जवानी पर यह गंभीर हमला है, जो ग़ैर-वाजिब और नाजायज है। उन्होंने कहा कि यह पंजाबी नौजवानों, जो सेना में शामिल होकर हमेशा अपनी मातृ- भूमि की सेवा के लिए तैयार रहते हैं, का बड़ा नुक्सान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फ़ैसले से मुल्क में चल रही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति की झलक मिलती है क्योंकि सत्ता में आसीन पार्टी बिना नौजवानों की परवाह किये बेपरवाही से मुल्क को चला रही है। उन्होंने कहा कि इस नासमझी भरे फ़ैसले ने मुल्क को जलती हुई आग में धकेल दिया है क्योंकि देश का नौजवान सड़कों पर आकर केंद्र सरकार के इस ग़ैर- जिम्मेदाराना फ़ैसले के खि़लाफ़ प्रदर्शन कर रहा है। भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) इस फ़ैसले की ज़ोरदार खि़लाफ़त करती है, जो नौजवानों को उम्र भर देश की सेवा के मौके से वंचित करके सिर्फ़ चार साल बाद उनको बेकार करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र सरकार ने पिछले दो सालों के दौरान एक भी नौजवान को सेना में नौकरी नहीं दी। उन्होंने कहा कि अब ‘अग्निपथ’ स्कीम के द्वारा केंद्र सरकार ने नौजवानों को सिर्फ़ चार सालों के लिए सेना में सेवा करने की इजाज़त दी है, वह भी पैंशन के बगैर। भगवंत मान ने कहा कि यह उस भारतीय सेना का घोर निरादर है, जिसकी बहादुरी, बलिदान और निःस्वार्थ सेवा के द्वारा देश की सेवा विरासत रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने इस कदम से देश के नौजवानों की पीठ में छुरा घोंपा है। उन्होंने कहा कि नौजवानों का गुस्सा केंद्र सरकार के इस नासमझी वाले कदम का ही नतीजा है। भगवंत मान ने केंद्र सरकार को कहा कि मुल्क की एकता, अखंडता और प्रभुसत्ता के बड़े हित में इस फ़ैसले को तत्काल वापिस लिया जाये।