पंजाब
पंजाब विधान सभा में स्वास्थ्य, कृषि और पर्यावरण माहिरों और प्राकृतिक कृषि करने वाले किसानों के बीच गंभीर विचार-चर्चा
चण्डीगढ़……पंजाब विधान सभा के मीटिंग हॉल में स्पीकर कुलतार सिंह संधवां की पहलकदमी से करवाई गई विचार-चर्चा में प्राकृतिक कृषि करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया गया है। इस विचार-चर्चा में कृषि विरासत मिशन के उमिन्दर दत्त शर्मा, डॉ. दविन्दर शर्मा, डॉ. अमर सिंह आज़ाद, डॉ. खादर वली के अलावा स्वास्थ्य, कृषि और पर्यावरण माहिरों की तरफ से शिरकत की गई। प्राकृतिक कृषि करने वाले प्रगतिशील किसानों ने भी इस मौके पर अपने तजुर्बे सांझे किये।
कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि हमारे खाने-पीने में आई गड़बड़ के कारण जिस हिसाब से शारीरिक और मानसिक बीमारियाँ दिनों-दिन बढ़ती जा रही हैं, हमें फिर से आर्गेनिक खाने की तरफ लौटना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ जीवन के लिए प्राकृतिक तौर पर पके फल-सब्जियां और मोटे अनाज को अपनाना आज समय की मुख्य ज़रूरत है।
इस मौके पर माहिरों की तरफ से दिए गए सुझावों सम्बन्धी स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि हमारी सरकार पंजाब के प्रति चिंतित है और वह मुख्यमंत्री भगवंत मान को मिलकर सभी सुझाव अमल में लाने के लिए विनती करेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब विधान सभा की कृषि पर बनी कमेटी भी आने वाले समय में ऐसे विचार-विमर्श करवाने के लिए सक्रिय भूमिका अदा करेगी।
इस मौके पर विधायक मनजीत सिंह बिलासपुर, कुलवंत सिंह पंडोरी, डॉ. अमनदीप कौर अरौड़ा, रजिन्दर पाल कौर छीना, इन्द्रजीत कौर मान, नीना मित्तल, अनमोल गगन मान, संतोष कटारिया, मनविन्दर सिंह गियासपुरा, अशोक पराशर पप्पी, मदन लाल बग्गा, हरदीप सिंह मुंडियां और चेतन सिंह जौड़ेमाजरा उपस्थित थे। इसके इलावा वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सीमा जैन, उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव तेजवीर सिंह, कृषि विभाग के सचिव दिलराज सिंह संधावालीया, पंजाब विधान सभा के सचिव सुरिन्दर पाल, पंजाब फार्मर कमीशन के चेयरमैन अवतार सिंह और पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन डॉ. आदर्श पाल भी उपस्थित थे।
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