पटियाला में मंदिर के बाहर खालिस्तान समर्थकी पोस्टर चिपकाने वाले एस. एफ. जे से जुड़े दो व्यक्ति काबू

पंजाब

पुलिस ने मुलजिमों से 13 खालिस्तान समर्थकी पोस्टर, दो मोबाइल फ़ोन भी किये बरामद

विदेश आधारित कुछ देश विरोधी तत्वों ने दोषियों को पैसे के बदले ऐसे घटिया काम को अंजाम देने के लिए दिया था लालच

चंडीगढ़/ पटियाला…श्री काली माता मंदिर की दीवार पर खालिस्तान समर्थकी पोस्टर चिपकाए जाने से चार दिन बाद, पटियाला पुलिस ने मंगलवार को सिक्खस फॉर जस्टिस (एस. एफ. जे.) से जुड़े दो व्यक्तियों को गिरफ्तार करके इस गंभीर मामले की गुत्थी सुलझा ली है। यह जानकारी आज यहां आई.जी.पी पटियाला रेंज एम. एस. छीना और एस. एस. पी. पटियाला दीपक पारिक ने सांझा की।

जि़क्रयोग्य है कि 14 और 15 जुलाई, 2022 की बीच का रात को श्री काली माता मंदिर की पिछली दीवार पर ‘खालिस्तान रिफऱैंडम’ से सम्बन्धित एक पोस्टर लगा देखा गया था।

गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों की पहचान हरविन्दर सिंह उर्फ प्रिंस निवासी गाँव सलेमपुर सेखां शंभू, जो मौजूदा समय में राजपुरा का रहने वाला है और शंभू के गाँव सलेमपुर सेखां के प्रेम सिंह उर्फ प्रेम उर्फ एकम के तौर पर हुई है। पुलिस ने खालिस्तान रिफऱैंडम से सम्बन्धित के 13 पोस्टर, अपराध को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किये गए दो मोबाइल फ़ोन और मोटरसाईकल भी बरामद किये हैं।

आई. जी. पटियाला रेंज एम. एस. छीना और एस. एस. पी. पारिक ने प्रैस कान्फ्ऱेंस को संबोधन करते हुये बताया कि इस मामले की समूची जांच की निगरानी डी. जी. पी. पंजाब की तरफ से गई थी और मामले की जांच के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया था।

उन्होंने कहा कि गहराई से की तकनीकी जांच से पता लगा है कि यह पोस्टर हरविन्दर उर्फ प्रिंस और प्रेम द्वारा चिपकाए गए थे क्योंकि विदेश में बैठे कुछ देश विरोधी तत्वों ने उनको पैसों के बदले या विदेश में निवास की पेशकश बदले ऐसी गतिविधियों को अंजाम देने का लालच दिया था।

एस. एस. पी. ने बताया कि हरविन्दर सिंह उर्फ प्रिंस दो सालों से मलेशिया में काम करता था, जहाँ वह कुछ देश विरोधी तत्वों के संपर्क में आया और मलेशिया से वापस आने के बाद भी वह वटसऐप के द्वारा इन व्यक्तियों के संपर्क में था। उन्होंने बताया कि इन विदेशी व्यक्तियों में से एक व्यक्ति ने हरविन्दर सिंह उर्फ प्रिंस के साथ संपर्क किया और उसको यह पोस्टर पंजाब के अलग-अलग स्थानों पर चिपकाने के लिए कहा। उन्होंने आगे कहा कि विदेशी संचालकों ने उसे मनी ट्रांसफर के द्वारा पैसे भी भेजे थे।

एस. एस. पी. पारिक ने बताया कि पोस्टर पहले से निर्धारित स्थान पर रखे गए थे और मुलजिम उस स्थान से यह पोस्टर उठा कर ले गए थे। उन्होंने बताया कि पोस्टर और पैसे मिलने के उपरांत, मुलजिमों की तरफ से यह पोस्टर चार स्थानों जिनमें अम्बाला के छावनी क्षेत्र, आरियन कालेज राजपुरा, श्री काली माता मंदिर पटियाला और शीतला माता मन्दिर, बहादरगड़, पटियाला के नज़दीक ट्रैफिक़ साईन बोर्ड शामिल हैं, पर चिपकाए गए।

उन्होंने बताया कि इसके इलावा, मुलजिमों ने राजपुरा के एक अंडर ब्रिज पर स्प्रे पेंट से खालिस्तान समर्थकी नारे भी लिखे थे।

एस. एस. पी. ने बताया कि मुलजिम लगातार विदेशों में बैठे देश विरोधी तत्वों के संपर्क में थे, जो उनको अपने अगले निशानों संबंधी सीध दे रहे थे। उन्होंने कहा कि दोषियों ने यह पोस्टर स्वतंत्रता दिवस के प्रोग्रामों वाले स्थानों पर या इसके नज़दीक, डी. सी दफ़्तर मोहाली और इसके इलावा चंडीगढ़, कसौली और सोलन की कुछ अन्य सरकारी इमारतों समेत कई प्रमुख स्थानों पर चिपकाने की योजना बनाई थी।

जि़क्रयोग्य है कि तारीख़ 15-07-2022 को थाना कोतवाली में आई. पी. सी. की धारा 153 (ए), प्रीवैंशन ऑफ डीफेसमैंट ऑफ प्रापर्टी एक्ट की धारा 3 अधीन एफआईआर नं. 148 दर्ज की गई है।

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