ऊर्जा मंत्री ने उज्जवल भारत, उज्जवल भविष्य कार्यक्रम के सम्बन्ध में आयोजित वर्चुअल बैठक में लिया भाग
हिमाचल
ऊर्जा मंत्री ने खोदरी माजरी में 65 लाख से निर्मित पेयजल आपूर्ति योजना का किया लोकार्पण
खोदरी माजरी, गोजर व पातलियों में सुनी जन समस्याएं
पांवटा साहिब – बहुउद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा मंत्री, हिमाचल प्रदेश सुख राम चौधरी ने पांवटा साहिब में उज्जवल भारत, उज्जवल भविष्य, पावर/2047 के उपलक्ष्य पर 25 से 31 जुलाई 2022 तक देश में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के संबंध में केंद्रीय ऊर्जा एवं एनआरई मंत्री द्वारा की गई समीक्षा बैठक में वर्चुअल माध्यम से भाग लिया। इस बैठक में सभी राज्यों के ऊर्जा मंत्रियों ने भाग लिया। इस बैठक में ऊर्जा मंत्री सुख राम चौधरी ने प्रदेश में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी।
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि यह कार्यक्रम देश के सभी जिलों में दो स्थानों पर आयोजित किया जाएगा, जिसके अंतर्गत केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा ऊर्जा के क्षेत्र में देश में हो रहे अभूतपूर्व विकास कार्यों तथा आमजन को योजनाओं के विषय में जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया 31 जुलाई को कार्यक्रम के समापन समारोह के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऊर्जा क्षेत्र में चल रही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से वर्चुअल संवाद करेंगे। उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में इस कार्यक्रम का आयोजन 25 जुलाई को पांवटा साहिब तथा 29 जुलाई को राजगढ़ में होगा।
इसके उपरांत ऊर्जा मंत्री ने खोदरी माजरी पंचायत में 65 लाख से निर्मित पेयजल आपूर्ति योजना का लोकार्पण किया। उन्होंने बताया कि इस योजना से क्षेत्र के लगभग 6663 लोग लाभान्वित होंगे।
पांवटा साहिब विधान सभा क्षेत्र में यमुना नदी तथा बाता नदी के तटीयकरण पर 276 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे।उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत पांवटा जल शक्ति मण्डल के अर्न्तगत 19 पेयजल योजनाएँ स्वीकृत हैं जिसमे 11 पेयजल योजनाओं का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा शेष 8 पेयजल योजनाओं का कार्य प्रगति पर है। इन पेयजल योजनाओं पर 23 करोड़ रूपये व्यय किये जा रहे हैं, जिससे 50 पंचायतो के 119 गॉंव के 29315 परिवार लाभान्वित होंगे। पांवटा मण्डल के अर्न्तगत 5 पेयजल योजनाएँ स्वीकृत हुई हैं जिनकी अनुमानित लागत सात करोड़ रुपए है। इसके अतिरिक्त, पांच सिंचाई योजनाएँ भी स्वीकृत हुई हैं, जिनकी अनुमानित लागत 18 करोड़ रुपए है। इन सभी योजनाओ का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति उप-योजना के तहत पांवटा मण्डल के अर्न्तगत 4 पेयजल योजनाएँ स्वीकृत हुई हैं जिनकी अनुमानित लागत 4 करोड़ रुपए है जिनका कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने कहा कि एन.डी.बी. के अर्न्तगत एक प्रोजेक्ट की प्रशासनिक स्वीकृति 27 करोड़ की प्राप्त हो चुकी है, जिसमें ट्रांसगिरी क्षेत्र की 16 पंचायतों के 23 गांव के 33 हजार से अधिक जनसंख्या लाभान्वित होगी। इसके अतिरिक्त ए.डी.बी. के अर्न्तगत एक प्रोजेक्ट की प्राशासनिक स्वीकृति 13 करोड़ रुपए की प्राप्त हो चुकी है, जिससे 5 पंचायतों के 13 गांव की 10 हजार से अधिक जनसंख्या लाभान्वित होगी।
उन्होंने बताया कि पांवटा शहर के मल निकास कि एक योजना चलाई गई है जिसका जोन-1 व जोन-2 का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा योजना सुचारू रूप से चल रही है। इसके अतिरिक्त, जोन-3 का कार्य प्रगति पर है, जिसकी अनुमानित लागत 16.61 करोड़ रुपए है। उन्होंने बताया कि पांवटा शहर की उठाऊ पेयजल योजना के सुधारीकरण की स्वीकृत हुई है, जिसकी अनुमानित लागत 8.94 करोड़ रुपए है।
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि पांवटा साहिब मण्डल में प्रधानमंत्री कषि सिंचाई योजना के अर्न्तगत गिरी सिचांई योजना नहर के दाहिने तट पर 1 योजना की स्वीकृति प्राप्त हुई जिसकी अनुमानित लागत 37.48 करोड़ रुपए है जिसका कवरेज क्षेत्र 1662.01 हेक्टयर है। इसी प्रकार बाहिने तट पर 1 योजना की स्वीकृति प्राप्त हुई जिसकी अनुमानित लागत 33.25 करोड़ रुपए है जिसका कवरेज क्षेत्र 1333.76 हेक्टयर है।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष जिला परिषद अंजना शर्मा, अध्यक्ष भारतीय जनता युवा मोर्चा पाँवटा साहिब चरणजीत चौधरी, सदस्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड राहुल चौधरी, महामंत्री पांवटा भाजपा मंडल देवराज चौहान, ओएसडी शेखरानंद ऑप्रिती ,उप मंडल अधिकरी विवेक महाजन, तहसीलदार वेद प्रकाश अग्निहोत्री, अधीक्षण अभियंता जल शक्ति विभाग विशाल जसवाल, अधीक्षण अभियंता विधुत बोर्ड दर्शन सिंह, अधिशाषी अभियंता विधुत बोर्ड अजय चौधरी, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग के.एल. चौधरी, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति विभाग अरशद अहमद सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा स्थानीय गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
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