ऊर्जा मंत्री की अध्यक्षता में कायाकल्प पुरस्कार समारोह किया आयोजित

कायाकल्प के तहत पांवटा अस्पताल ने स्वास्थ्य सहित स्वच्छता और अन्य व्यवस्थाओं में हासिल किया दूसरा स्थान

पांवटा साहिब  – पांवटा साहिब के सिविल अस्पताल परिसर में आज कायाकल्प पुरूस्कार समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने शिरकत की। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को इस उपलब्धि पर बधाई दी और भविष्य में और बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर उन्होंने अस्पताल में सेवारत सभी डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ और सफाई कर्मियों सहित अन्य कर्मचारियों को सम्मानित किया।


ऊर्जा मंत्री ने सम्बोधन में कहा कि पांवटा सिविल अस्पताल में सरकार ने कोरोना काल के दौरान आक्सीजन की कमी नहीं होने दी। उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल में चार विधासभा क्षेत्र शिलाई, पांवटा साहिब, श्री रेणूका जी व नाहन के साथ पड़ोसी राज्य उत्तराखण्ड और हरियाणा से भी मरीज पंहुचते हैं जिसके मद्देनजर व्यवस्था बनाए रखना बड़ी चुनौती थी, जिसे अस्पताल प्रशासन ने बखूबी निभाया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में जितनी भी सुविधा है वो मौजुदा सरकार की देन है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि उनका हमेशा प्रयास रहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण हो। 2014 में पांवटा साहिब में दो छोटी बिल्डिंग थी तथा एक कमरे में 9 डाक्टर बैठते थे। इसके उपरांत इसे 100 बिस्तरों का दर्जा तथा डाक्टरों कि संख्या 9 से 16 की गई। उसी समय 8 करोड़ रूपये भवन के लिए स्वीकृत करवाये गए तथा भवन का 80 प्रतिशत काम भी करवाया। आज अस्पताल में 20 डॉक्टर हैं, 27 से अधिक नर्सें हैं और 100 बिस्तर हैं। इसके उपरांत, अस्पताल में जनरेटर, लिफ्ट, डिजिटल एक्स रे, डायलिसिस मशीनें और कोविड के समय में ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया। उन्होंने कहा कि इस कार्यकाल में 100 से 150 बिस्तरों की घोषणा और डॉक्टर के 16 से 22 पद स्वीकृत करवाए गए हैं। अस्पताल परिसर में अतिरिक्त निर्माण के लिए फॉरेस्ट लैंड को हेल्थ डिपार्टमेंट को ट्रांसफर करवाया गया। उन्होंने कहा कि जल्द ही 150 बिस्तरों के भवन का शिलान्यास करवाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, इस कार्यकाल में दो पीएचसी नई खोली गई है।
इससे पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजीव सहगल ने ऊर्जा मंत्री को सम्मानित किया तथा कायाकल्प के लिए तय मानकों की जानकारी दी।
डॉक्टर संजीव सहगल ने बताया कि वर्ष 2019-20 में कायाकल्प के तहत पांवटा साहिब सिविल अस्पताल पूरे प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहा है। सिविल अस्पताल पांवटा साहिब को हिमाचल प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल करने पर सरकार द्वारा 15 लाख रुपए बतौर ईनाम के तौर पर दिया गया जोकि चिकित्सकों और स्टाफ़ की मेहनत का नतीजा है। उन्होंने बताया 2019-20 में पांवटा सिविल अस्पताल का कायाकल्प की टीम ने निरिक्षण किया। टीम द्वारा पांवटा साहिब अस्पताल की बारीकी से जांच की गई और उन्होंने पाया कि पांवटा साहिब का सिविल अस्पताल कायाकल्प योजना की सभी शर्तों को पूरा कर रहा है। कोविड महामारी के कारण इस उपलब्धि का समारोह नही मनाया जा सका, जिस कारण आज यह समारोह आयोजित किया गया।

इस अवसर पर एसडीएम विवेक महाजन, सीएमओ डाॅ संजीव सहगल, खंड चिकित्सा अधिकारी डाॅ अजय देओल, मंडल अध्यक्ष अरविंद गुप्ता, चरणजीत सिंह चौधरी, राहुल चौधरी सहित अस्पताल के अन्य डाक्टर अधिकारी व कर्मचारी एवम् गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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