टाटा टेक्नोलॉजीज़ द्वारा पंजाब में इलैक्ट्रिकल वाहनों का उत्पादन केंद्र स्थापित करने की पेशकश
पंजाब
मुख्यमंत्री ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए टाटा टेक्नोलॉजीज़ को पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया
कहा, इससे राज्य में औद्योगिक विकास में तेज़ी आएगी और युवाओं के लिए रोजग़ार के अवसर पैदा होंगे
चंडीगढ़…….राज्य के औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और युवाओं के लिए रोजग़ार के नए अवसर पैदा करने के उद्देश्य से टाटा टेक्नोलॉजीज़ द्वारा की गई बड़ी पहल के अंतर्गत पंजाब में अपना महत्वाकांक्षी इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादन केंद्र स्थापित करने की पेशकश की है।
यह पेशकश टाटा टेक्नोलॉजीज़ के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ उनकी सरकारी आवास पर मुलाकात के दौरान की।
विचार-विमर्श के दौरान टाटा टेक्नोलॉजीज़ के ग्लोबल सीईओ वॉरेन हेरिस, अध्यक्ष ग्लोबल एचआर एंड आईटी पवन भगेरिया और अन्य लोगों के इस प्रतिनिधिमंडल ने इस यूनिट को स्थापित करने में गहरी रूचि दिखाई, जिसके अंतर्गत राज्य में मौजूदा समय में 250 करोड़ रुपए के निवेश और भविष्य में 1600 करोड़ रुपए का निवेश होगा। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यह परियोजना पंजाब में साफ़-सुथरी वाहन प्रणाली और युवाओं के लिए रोजग़ार पैदा करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों के विकास पर ज़ोर देगा। दौरे पर आए प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि कंपनी राज्य में युवाओं के कौशल विकास को भी सुनिश्चित बनाएगी।
इस पहल का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने इस परियोजना के लिए टाटा टेक्नोलॉजीज़ को पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में औद्योगिक विकास में तेज़ी लाने के लिए प्रतिबद्ध है और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। भगवंत मान ने कहा कि सरकार का कर्तव्य बनता है कि ऐसी परियोजनाओं के द्वारा यहाँ रोजग़ार के बढिय़ा अवसर पैदा कर अपने सुनहरे भविष्य की तलाश में विदेशों में जाने वाले पंजाबी युवाओं के रुझान को रोका या कम किया जा सके।
इस संबंधी और जिक़्र करते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा कि पंजाब सरकार राज्य में अपने उद्यम स्थापित करने के लिए पहले से ही देश भर के अन्य औद्योगिक कारोबारियें को न्योता दे रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब, देश में निवेश के लिए सबसे अधिक अनुकूल स्थानों के तौर पर उभरा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की निवेश अनुकूल नीतियाँ मेहनती, समर्पित और कुशल मानव संसाधन किसी भी औद्योगिक विकास के लिए वरदान हैं।
इस दौरान बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि शहीद भगत सिंह नगर जिले में स्थित लैमरीन टेक स्किल यूनिवर्सिटी (एल.टी.एस.यू.), एंकर पार्टनर आई.बी.एम, टाटा टेक्नोलॉजीज़ और एंसिस कॉरपोरेशन के साथ मिलकर इनोवेशन सेंटर फॉर एजुकेशन के द्वारा 602 करोड़ रुपए के निवेश वाली उच्च स्तरीय तकनीकी प्रयोगशालाओं की स्थापना के लिए सहयोग करेगी। इससे राज्य में औद्योगिक घरानों के लिए आवश्यक कुशल श्रमिकों का पूल तैयार करने में मदद मिलेगी।
बैठक में अन्यों के अलावा मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए. वेणु प्रसाद और प्रमुख सचिव निवेश प्रोत्साहन जसप्रीत तलवाड़ शामिल थे।
इस अवसर पर लामरीन टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. सन्दीप सिंह कौड़ा, अध्यक्ष आर.ई.आर.टी. निर्मल सिंह रियात और निदेशक लामरीन यूनिवर्सिटी
सतबीर सिंह भी उपस्थित थे।
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